व‍िजय माल्‍या, नीरव मोदी लौटेंगे भारत! ब्रिटेन पर बना दबाव, पीएम मोदी ने कर दिया टाइट

नई दिल्‍ली: विजय माल्‍या और नीरव मोदी का ब्रिटेन में 'हनीमून' खत्‍म होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन भगौड़ों को वापस लाने के लिए माहौल बना दिया है। जी20 समिट में पीएम मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्‍टार्मर से मुलाकात की। इस

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नई दिल्‍ली: विजय माल्‍या और नीरव मोदी का ब्रिटेन में 'हनीमून' खत्‍म होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन भगौड़ों को वापस लाने के लिए माहौल बना दिया है। जी20 समिट में पीएम मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्‍टार्मर से मुलाकात की। इस दौरान विजय माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर भी बात हुई। ये दोनों करोड़ों भारतीयों को चूना लगाकर भागे हुए हैं।
पीएम मोदी ने किएर स्‍टार्मर के साथ बातचीत में आर्थिक अपराधियों से जुड़े मुद्दों को सुलझाने पर जोर दिया। उन्होंने ब्रिटेन के पीएम से कहा कि माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण में तेजी लाई जाए।

माल्‍या और नीरव मोदी पर क्‍या हैं आरोप?

विजय माल्या किंगफिशर एयरलाइंस से जुड़े 9,000 करोड़ रुपये से अधिक के कर्ज नहीं चुकाने के मामले में वांछित हैं। वह 2016 से ब्रिटेन में रह रहे हैं। नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में 13,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोपी हैं। वह पिछले पांच साल से लंदन की जेल में बंद हैं।

पीएम मोदी और ब्रिटेन के पीएम के बीच हुई यह बैठक दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस दौरान पीएम मोदी ने बेलफास्ट और मैनचेस्टर में दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की। इससे दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।

ब्रिटेन के पीएम ने भी 2025 की शुरुआत में भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा की। इससे दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध और मजबूत होने की उम्मीद है।

वापस लाने के काफी समय से हो रहे प्रयास

भारत माल्या और नीरव मोदी को वापस लाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इस साल जनवरी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और विदेश मंत्रालय (एमईए) के अधिकारियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ब्रिटेन गया था।

प्रतिनिधिमंडल का उद्देश्य ब्रिटेन के अधिकारियों के साथ मिलकर माल्या और नीरव मोदी के प्रत्यर्पण में तेजी लाना था। साथ ही, उनसे जुड़ी विदेशी संपत्तियों की पहचान करना भी उद्देश्य था।

भारत और ब्रिटेन के बीच पारस्परिक कानूनी सहायता संधि (एमएलएटी) है। इसके तहत, दोनों देश आपराधिक जांच पर जानकारी साझा करने के लिए कानूनी रूप से बाध्य हैं।

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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